वकील ने कहा-कोर्ट का मूड आज खराब है, HC ने दलील स्वीकारी और टाल दी सुनवाई

आपने अदालतों को किसी मामले में पक्षकारों के हाजिर होने में असमर्थ होने या फिर सबूत मिलने में देरी के चलते सुनवाई को टालते हुए सुना होगा, लेकिन क्या आपने कभी यह भी सुना है कि अदालत का मूड खराब हो और सुनवाई टल जाए. जी हां, पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने एक मुकदमे की सुनवाई सिर्फ इसलिए टाल दी गई, क्योंकि अदालत का मूड अच्छा नहीं था.


पप्पू सिंह बनाम नरेंद्र सिंह मामले की सुनवाई शुरू होते ही याचिकाकर्ता के वकील ने कहा कि अभी अदालत का मूड खराब है. लिहाजा मामले की बहस टाल दी जाए. पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति राजीव नारायण रैना ने याचिकाकर्ता पप्पू सिंह के वकील के. एस. सिद्धू की दलील को मान लिया और बहस टालने का आदेश दे दिया. यह बेहद अनोखा मामला है, जब हिंदुस्तान की किसी अदालत ने मूड खराब होने का हवाला देकर मुकदमे की सुनवाई को टाला है.


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जस्टिस राजीव नारायण रैना ने अपने आदेश में कहा, ‘वकील का मानना है कि अभी अदालत का मूड खराब है. एक के बाद एक चार मुकदमें खारिज किए जा चुके हैं. वकील ने इस मामले की सुनवाई को किसी और दिन करने की गुजारिश की है. मैं इस मामले की सुनवाई को स्थगित करने की इजाजत देता हूं.’ इस सिविल मामले की सुनवाई टालते हुए कोर्ट ने यह भी कहा कि यह मामला अनुमति देने के लायक नहीं था.