प्रशांत किशोर और नीतीश कुमार के झगड़े में अब यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के भी लोग कूद पड़े हैं. नीतीश ने पीके को अलविदा क्या कहा, उन पर चौतरफ़ा हमले शुरू हो गए हैं. ऐसा लग रहा है सब नीतीश के फ़ैसले का इंतज़ार कर रहे थे. बहाना नागरिकता क़ानून का है. प्रशांत किशोर को अलग थलग करने की तैयारी है.
यूपी के मुख्यमंत्री के मीडिया एडवाइज़र मृत्युंजय नारायण ने उन पर ताज़ा हमला किया है. वे ट्वीट कर कहते हैं- आप राजनीति करने नहीं आए थे, राजनीति में व्यवसाय करने आए थे. लेकिन अंदाज़ा नहीं था कि व्यवसाय के स्वार्थ में देशहित का सौदा करने लगेंगे.