उत्तर प्रदेश के चर्चित आईपीएस वैभव कृष्ण को किरकिरी होने के बाद आखिरकार योगी सरकार ने निलंबित कर दिया. साथ ही उन अधिकारियों के भी तबादले कर दिए गए, जिन पर वैभव कृष्ण ने कुछ दिन पहले गंभीर आरोप लगाए थे. इसके बाद यूपी के कुछ आईपीएस अफसर दो खेमों में बंटते नजर आए. यह मामला वैभव कृष्ण का एक अश्लील वीडियो वायरल होने के बाद सुर्खियों में आया था.
वैभव कृष्ण जब जिला गौतमबुद्ध नगर यानी नोएडा के एसएसपी बनाए गए थे, तभी से उन्होंने कथित तौर पर कुछ भ्रष्ट नेताओं और पत्रकारों के खिलाफ अभियान शुरू किया था. विवाद तब खड़ा हुआ, जब कुछ पत्रकारों के भ्रष्टाचार और ब्लैकमेलिंग के आरोप लगाकर नोएडा पुलिस ने गिरफ्तार किया.
गिरफ्तारी के तरीके से नोएडा पुलिस पर उठे सवाल
गिरफ्तारी का जो तरीका अपनाया गया था, उसे लेकर नोएडा पुलिस सवालों के घेरे में आ गई थी. उस प्रकरण के चलते सियासी गलियारों में भी आलोचना का दौर शुरू हुआ. मामला अभी तक ठंडा भी नहीं हुआ था कि बीते साल के आखरी माह में अचानक सोशल मीडिया में नोएडा के एसएसपी वैभव कृष्ण का एक अश्लील वीडियो वायरल हो गया. वीडियो वायरल होने के बाद जब पुलिस के संज्ञान में पहुंचा तो महकमे में हड़कंप मच गया.
जब तक पुलिस मामले को संभाल पाती, तब वीडियो लखनऊ तक जा पहुंचा. नोएडा के एसएसपी वैभव कृष्ण इस मामले में घिर गए. खुद घिरता देख वो सफाई देने के लिए मीडिया के सामने आ गए. वैभव ने उनका अश्लील वीडियो वायरल होने के बाद आईपीएस अफसर अजयपाल शर्मा, सुधीर सिंह, हिमांशु कुमार, राजीव नारायण मिश्रा तथा गणेश साहा पर ट्रान्सफर-पोस्टिंग का धंधा चलाने